स्वास्थ्य कल्याण होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज एवं रिसर्च सेंटर सीतापुरा, जयपुर में विश्व होम्योपैथी दिवस 10अप्रेल के उपलक्ष्य में चल रहे पांच दिवसीय कार्यक्रमों के सिलसिले में शुक्रवार को ग्रेजुएशन सेरेमनी का आयोजन किया गया। डॉ.सेमुअल हेनीमैंन की 267 वीं जयंती पर आयोजित इस कार्यक्रम में एसकेजी एल्युमिनाईज को यूजी एवं पीजी डिग्री वितरित की गईं। इस अवसर पर मेडिकल स्टूडेंट को शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम में यूजी स्टूडेंट डॉ. फरीन अख्तर को गोल्ड तथा डॉ तेजश्विनी शर्मा को सिल्वर मैडल देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डिप्टी कमिश्नर कॉमर्शियल टैक्सेशन, डिपार्टमेंट राजस्थान श्री अजय असवाल रहे। उन्होंने अपने संबोधन में थ्योरी ऑफ इवोल्यूशन की बात करते हुए कहा कि मटेरिया मेडिका, मेजिका माहौल को देखते हुए एक अच्छा इन्सान बनने की नसीहत दी। उन्होंने मरीजों के साथ भावनात्मक रूप से जुडने और विश्वास जगाते हुए इलाज करने की बात कही। मरीज के फ्रेंड, गाइड और परिवारजन की तरह इलाज करें। उन्होंने स्टूडेंट को कॉलेज नेटवर्किंग को बनाए रखने की भी सीख दी। कार्यक्रम की गेस्ट ऑफ ऑनर डॉयरेक्टर होम्योपैथी डॉ. रेणु बंसल ने आजादी के अम्रत महोत्सव के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आहार बिहार को रितु आधारित करने के साथ धरती के स्वास्थ्य संरक्षण पर भी बल दिया। उन्होंने उपस्थित जनों को प्रसन्नता के साथ वर्तमान में जीने और कर्मयोगी बनने पर जोर दिया। उन्होंने चिकित्सक स्टूडेंट को स्वस्थ्य समाज के निर्माण के काम में लगने का आह्वान किया। ग्रुप के चेयरमैन डॉ.एस एस अग्रवाल ने डॉ हैनीमेन के होम्योपैथी रिसर्च को लेकर कहा कि अपने गंतव्य पर पहुंचने के लिए सही रास्ते का चुनाव करना हमें उनसे सीखना चाहिए। उन्होंने मेडिकल स्टूडेंट से रिसर्च कल्चर के साथ काम करने की बात कही ताकि हम आगे से आगे उन्नति करते रहें। उन्होंने बच्चों से विजन, मिशन और वैल्यूज़ के साथ काम करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में ग्रुप के सीईओ डॉ. सर्वेश अग्रवाल ने कहा कि समाज मेें अपनी सेवा के माध्यम से नाम रौशन करने वाले स्टूडेंट संस्था के लिए सबसे बडे गर्व की बात है। कोरोना के भीषणतम दौर में हमारे मेडिकल स्टूडेंट ने यह साबित कर दिखाया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान अस्पताल मेंं देश का दूसरा बडा इन्टीग्रेटेड डिपार्टमेंट शुरू किया है, जो आज की सबसे बडी आवश्यकता है। कॉलेज के एकेडेमिक डीन डॉ अरुण चौगुले ने होम्योपैथी, इन्टीग्रेट मेडिसिन दो दशक की होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज की विकास यात्रा की चर्चा करते हुए कहा कि राजस्थान ही नही बल्कि उत्तर भारत का पहला वैल इक्विप्ड कॉलेज है, जिसमें होम्योपैथी की सभी सात विषयों में एम डी कोर्स की मान्यता है। कॉलेज के डॉयरेक्टर डॉ. पंकज शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रारंभ में कॉलेज की प्राचार्या डॉ.योगेश्वरी गुप्ता ने स्वागत भाषण के माध्यम से अतिथियों का स्वागत किया और कॉलेज की उपलब्धियों के बारे में बताया। कार्यक्रम में डॉ. हैनीमेन और उनके द्वारा प्रतिपादित होम्योपैथी की विकास यात्रा को लेकर शॉर्ट फिल्म दिखाई गई।